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The Doomed Damsel
  • Language: en
  • Pages: 94

The Doomed Damsel

  • Type: Book
  • -
  • Published: 1990
  • -
  • Publisher: Unknown

None

Memorable Stories
  • Language: en
  • Pages: 206

Memorable Stories

  • Type: Book
  • -
  • Published: 2006
  • -
  • Publisher: Unknown

None

कन्यापक्ष (Hindi Sahitya)
  • Language: hi

कन्यापक्ष (Hindi Sahitya)

सोना दीदी कहती थी : उर्वशी की तरह किसी नारी का चित्रण कर जो किसी की माँ नहीं, बेटी नहीं, पत्नी नहीं–लेकिन सब कुछ है। ‘विक्रमोर्वशीय’ पढ़ा है न? लगता था, सोना दीदी मानो अपने ही बारे में कह रही हों। लेकिन मैंने जिनको देखा था, वे सब तो साधारण लड़कियाँ थीं। मुझे बड़ा घमंड था कि ...

Sahab Bibi Gulam
  • Language: hi
  • Pages: 412

Sahab Bibi Gulam

‘साहब बीबी गुलाम’ कलकत्ता शहर के बसने, बढ़ने और फैलने का दिलचस्प आख्यान है। इस उपन्यास के रूप में बँगला कथाकार विमल मित्रा ने एक ऐसी कृति प्रस्तुत की है जो अपने आपमें कथाशिल्प का स्थापत्य है। इसमें कलकत्ता के बहुरंगी अतीत को उसके विकासशील वर्तमान से जोड़ने का एक सुंदर औ...

Kharidi Kaudiyon Ke Mol
  • Language: hi
  • Pages: 872

Kharidi Kaudiyon Ke Mol

खरीदी कौडिय़ों के मोलÓ बंगला का वृहत्तम और अन्यतम उपन्यास है। दीपंकर इस उपन्यास का नायक है : राष्ट्रीय और सामाजिक बवंडर में फँसी मानवता और युग-यंत्रणा का प्रतिनिधि। उसके अघोर नाना ने कहा था कि कौडिय़ों से सब कुछ खरीदा जा सकता है। नाना के कथन का सबूत मिस्टर घोषाल, मिस्ट...

Main
  • Language: en
  • Pages: 262

Main

  • Type: Book
  • -
  • Published: 2007-09-01
  • -
  • Publisher: HindiShop

None

रोकड़ जो मिली नहीं (Hindi Sahitya)
  • Language: hi

रोकड़ जो मिली नहीं (Hindi Sahitya)

‘रोकड़ जो मिली नहीं’ वस्तुत: मनुष्य के भाग्य का इतिहास है। आज के युग में मनुष्य टेकनालॉजी के तर्क से पैसे को ही सब कुछ मानकर किस प्रकार के अनैकित कार्य करता है और अन्तत: सुख उसे समृद्धि से नहीं मिलता है। इस उपन्यास में ‘सोने के हार की चोरी’ की खोज के माध्यम से मानव की कमज...

Bimal Mitra Ki Lokpriya Kahaniyan
  • Language: hi
  • Pages: 173

Bimal Mitra Ki Lokpriya Kahaniyan

गुड़ की डली; सूप; चँगेरी; अरबी; नारियल इत्यादि विविध प्रकार की चीजें गाड़ी पर लदी थीं। फटिकदा उन चीजों को उतरवाने में व्यस्त थे। फिर भी बोले; ‘‘वसूली का काम कैसा चल रहा है; भाई?’’ एक पल चुप्पी साधने के बाद फिर बोले; ‘‘लगता है; प्रातः भ्रमण को निकल रहे हो?’’ ‘‘नहीं’’; मैंने कह...

Rokad Jo Mili Nahin
  • Language: hi
  • Pages: 176

Rokad Jo Mili Nahin

रोकड़ जो मिली नहीं' वस्तुत: मनुष्य के भाग्य का इतिहास है । आज के युग में मनुष्य टेकनालजी के तर्क से पैसे को ही सब कुछ मानकर किस प्रकार के अनैतिक कार्य करता है और अन्तत: सुख उसे समृद्धि से नहीं मिलता है । इस उपन्यास में 'सोने के हार की चोरी' की खोज के माध्यम से मानव की कमजोरियो...

Saheb Bibi Golam
  • Language: en
  • Pages: 646

Saheb Bibi Golam

  • Type: Book
  • -
  • Published: 2004
  • -
  • Publisher: Unknown

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